Diwali 2025 Kab Hai – 20 October 2025 Ko Manai Jayegi Badi Deepawali

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Diwali 2025 Kab Hai
Diwali 2025 Kab Hai

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2025 में दिवाली कब है? पूरी जानकारी | Diwali 2025 Date, Puja Muhurat, और Significance

भारत में दीपों का पर्व दीपावली (Diwali) सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि एक भावना है — अंधकार पर प्रकाश की विजय, नकारात्मकता पर सकारात्मकता की जीत और अज्ञान पर ज्ञान की रोशनी का प्रतीक। हर साल की तरह इस बार भी लोग बेसब्री से यह जानना चाहते हैं कि 2025 में दिवाली कब है, ताकि वे समय रहते अपने घर की सजावट, पूजा और त्योहार की तैयारी कर सकें।


🎇 2025 में दिवाली की तारीhttps://www.youtube.com/watch?v=Zp-_nlxoFSM&pp=ygULZGl3YWxpIDIwMjU%3Dख (Diwali Date 2025)

हिन्दू पंचांग के अनुसार 2025 में दिवाली सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी।
इस दिन अमावस्या तिथि दोपहर 3:44 बजे शुरू होकर अगले दिन 21 अक्टूबर 2025 को शाम 5:54 बजे तक रहेगी। इसी वजह से इस वर्ष लक्ष्मी पूजा का मुख्य मुहूर्त 20 अक्टूबर की शाम को रहेगा।

कई पंचांगों में 21 अक्टूबर का भी उल्लेख मिलता है, लेकिन अधिकांश धर्मशास्त्रों के अनुसार 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को ही मुख्य दीपावली पूजा मनाना शुभ माना गया है।

👉 संक्षेप में:
🪔 दिवाली 2025 – सोमवार, 20 अक्टूबर 2025
🕖 लक्ष्मी पूजा मुहूर्त – शाम 7:08 बजे से 8:18 बजे तक


🪔 दीपावली का महत्व (Significance of Diwali)

दीपावली, संस्कृत के शब्द ‘दीप’ यानी ‘प्रकाश’ और ‘आवली’ यानी ‘पंक्ति’ से मिलकर बनी है, जिसका अर्थ है “दीपों की पंक्ति”। यह पर्व भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापसी की याद में मनाया जाता है। अयोध्यावासियों ने उनके स्वागत में अपने घरों और गलियों को दीपों से सजाया था, तभी से यह परंपरा हर वर्ष जारी है।

यह त्योहार न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
लोग इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं, ताकि उनके घर में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन हो।


🪅 दिवाली 2025 का पूरा पंचांग (Diwali 2025 5 Days Celebration)

दीपावली का पर्व पांच दिनों तक मनाया जाता है। हर दिन का अलग धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व होता है।

🗓 1. धनतेरस – शुक्रवार, 18 अक्टूबर 2025

इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। लोग सोना, चांदी या बर्तन खरीदते हैं क्योंकि इसे शुभ माना जाता है।

🗓 2. छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी) – रविवार, 19 अक्टूबर 2025

यह दिन भगवान कृष्ण की नरकासुर पर विजय का प्रतीक है। इस दिन सुबह तेल स्नान और संध्या के समय दीप जलाए जाते हैं।

🗓 3. बड़ी दिवाली (लक्ष्मी पूजा) – सोमवार, 20 अक्टूबर 2025

यह दीपावली का मुख्य दिन है। लोग अपने घरों की सफाई, सजावट करते हैं और शाम को लक्ष्मी-गणेश की पूजा करके दीप जलाते हैं।

🗓 4. गोवर्धन पूजा – मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025

यह दिन भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की स्मृति में मनाया जाता है। लोग अन्नकूट बनाकर भगवान को भोग लगाते हैं।

🗓 5. भाई दूज – बुधवार, 22 अक्टूबर 2025

यह दिन भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है। बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं।


✨ दिवाली पूजा के नियम और परंपराएँ

  1. दिवाली से पहले घर की सफाई अवश्य करें, क्योंकि माना जाता है कि मां लक्ष्मी स्वच्छ और सजे-सजाए घर में प्रवेश करती हैं।
  2. मुख्य दिवाली की शाम को पूर्व दिशा की ओर मुख करके लक्ष्मी-गणेश की पूजा करें।
  3. पूजा के समय घर के सभी दीपक एक साथ जलाना शुभ होता है।
  4. इस दिन नए वस्त्र पहनें, मिठाई बाँटें और जरूरतमंदों की मदद करना न भूलें।

🪔 दिवाली 2025 के शुभ मुहूर्त (Lakshmi Puja Muhurat 2025)

कार्यसमय
लक्ष्मी पूजन मुहूर्तशाम 7:08 बजे से 8:18 बजे तक
प्रदोष कालशाम 6:30 बजे से रात 8:45 बजे तक
अमावस्या तिथि प्रारंभ20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे

🌸 दिवाली का सांस्कृतिक प्रभाव

दिवाली केवल भारत में ही नहीं बल्कि नेपाल, श्रीलंका, मॉरिशस, मलेशिया, फिजी, सिंगापुर, अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे देशों में भी मनाई जाती है।
इस दिन हर जगह दीपों की रौशनी से वातावरण जगमगाता है। यह त्योहार लोगों को एकता, दया, करुणा और नई शुरुआत का संदेश देता है।


🕯 विशेष सावधानियाँ (Safety Tips)

  • दीयों और पटाखों का उपयोग करते समय बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखें।
  • इलेक्ट्रिक लाइटिंग में शॉर्ट सर्किट से बचने के लिए सर्टिफाइड वायरिंग का प्रयोग करें।
  • वातावरण की स्वच्छता बनाए रखने के लिए इको-फ्रेंडली पटाखों का ही प्रयोग करें।

💫 निष्कर्ष (Conclusion)

दिवाली 2025 सोमवार, 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यह दिन सिर्फ पूजा-अर्चना का नहीं बल्कि अपने जीवन में नई सकारात्मक ऊर्जा लाने का अवसर है।
दीपों की रोशनी, मिठाइयों की मिठास और अपनेपन की भावना से भरा यह पर्व हर दिल को रोशन कर देता है।

इस दिवाली पर अपने घर और दिल दोनों को रौशन करें — “अंधकार मिटाओ, खुशियाँ फैलाओ!”


🌟 Diwali 2025 Kab Hai | दीपावली 2025 की तारीख, पूजा मुहूर्त और सम्पूर्ण जानकारी

भारत त्योहारों का देश है। यहाँ हर महीने कोई न कोई त्यौहार मनाया जाता है, लेकिन जब बात दीपावली की आती है तो उत्साह का स्तर कई गुना बढ़ जाता है। दीपावली यानी दीपों का पर्व, जिसे अंधकार पर प्रकाश की जीत के रूप में मनाया जाता है। यह सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा है।
हर साल की तरह इस बार भी लोग जानना चाहते हैं — “2025 में दिवाली कब है?”, “दीपावली 2025 की सही तारीख क्या है?”, और “लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त कब रहेगा?”
तो आइए जानते हैं पूरी और ताज़ा जानकारी विस्तार से।


🗓️ 2025 में दिवाली कब है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, 2025 में दिवाली सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी।
इस दिन अमावस्या तिथि दोपहर 3:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर 2025 को शाम 5:54 बजे तक रहेगी।

इसलिए, धार्मिक मान्यताओं और पंचांग गणना के अनुसार मुख्य दीपावली पूजा (लक्ष्मी पूजा) 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) की शाम को की जाएगी।

👉 मुख्य बातें संक्षेप में:

  • 🪔 दिवाली की तारीख: सोमवार, 20 अक्टूबर 2025
  • 🕕 अमावस्या तिथि प्रारंभ: 20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे
  • 🕗 अमावस्या तिथि समाप्त: 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे
  • 💫 लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त: शाम 7:08 बजे से 8:18 बजे तक

🌼 दीपावली का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

दीपावली सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भारतीय जीवन शैली का प्रतीक है। यह अच्छाई की जीत और बुराई के अंत का प्रतीक है।
माना जाता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम 14 वर्षों के वनवास और रावण के वध के बाद अयोध्या लौटे थे। उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने पूरे नगर को दीपों से सजाया था।
तभी से यह परंपरा चली आ रही है कि इस दिन घर-घर दीप जलाकर भगवान राम और देवी लक्ष्मी का स्वागत किया जाता है।

इसके अलावा, यह दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, कुबेर देव, और सरस्वती जी की पूजा का भी विशेष अवसर होता है।
व्यापारी वर्ग इस दिन नए बही-खाते की शुरुआत करता है, जिसे “चोपड़ा पूजा” कहा जाता है।


🪔 दीपावली का पंचदिवसीय पर्व (Five Days of Diwali 2025)

दीपावली केवल एक दिन का नहीं, बल्कि पाँच दिनों का भव्य उत्सव है। हर दिन का अपना विशेष महत्व होता है।
आइए जानते हैं 2025 की दिवाली के पाँचों दिनों का क्रम:

🗓️ 1. धनतेरस – शुक्रवार, 18 अक्टूबर 2025

दिवाली की शुरुआत धनतेरस से होती है। यह दिन स्वास्थ्य, समृद्धि और धन के देवता भगवान धन्वंतरि को समर्पित होता है।
लोग इस दिन सोना, चांदी, बर्तन या कोई नई वस्तु खरीदते हैं। यह माना जाता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तु घर में सुख-समृद्धि लाती है।

🗓️ 2. छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी) – रविवार, 19 अक्टूबर 2025

इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था।
लोग इस दिन तेल स्नान करते हैं, घर में दीप जलाते हैं और बुरी शक्तियों से बचाव के लिए प्रार्थना करते हैं।

🗓️ 3. बड़ी दिवाली (लक्ष्मी पूजा) – सोमवार, 20 अक्टूबर 2025

यह दीपावली का मुख्य दिन है। शाम को लोग अपने घरों को रोशनी से सजाते हैं, मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं।
इस दिन परिवार के सभी सदस्य एक साथ पूजा करते हैं और शुभता का स्वागत करते हैं।

🗓️ 4. गोवर्धन पूजा – मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025

यह दिन भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की स्मृति में मनाया जाता है।
लोग अन्नकूट बनाकर भगवान को भोग लगाते हैं और गायों की पूजा करते हैं।

🗓️ 5. भाई दूज – बुधवार, 22 अक्टूबर 2025

दीपावली का आखिरी दिन भाई-बहन के रिश्ते को समर्पित होता है।
बहनें अपने भाइयों की आरती उतारती हैं, तिलक लगाती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं।


✨ दीपावली पूजा विधि (How to Perform Diwali Puja)

  1. पूजा से पहले घर की सफाई करें और पूरे घर को दीपों और फूलों से सजाएँ।
  2. लकड़ी या पीतल की चौकी पर मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें।
  3. चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर अक्षत, फूल, मिठाई, और दीये रखें।
  4. सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें, उसके बाद मां लक्ष्मी की आराधना करें।
  5. कपूर, धूप, दीपक जलाएं और लक्ष्मी जी से अपने घर में सुख-समृद्धि की कामना करें।
  6. पूजा के बाद परिवार के सभी सदस्य मिलकर दीप जलाएं और मिठाई बाँटें।

🌸 2025 में दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त

कार्यसमय
लक्ष्मी पूजा मुहूर्तशाम 7:08 बजे से 8:18 बजे तक
प्रदोष कालशाम 6:30 बजे से रात 8:45 बजे तक
अमावस्या तिथि प्रारंभ20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे

👉 ध्यान रखें — पूजा के समय उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करना सबसे शुभ माना जाता है।


🏠 दिवाली की तैयारियाँ (Preparation Tips)

  • सफाई से शुरुआत करें: माना जाता है कि स्वच्छ घर में ही मां लक्ष्मी का वास होता है।
  • सजावट करें: रंगोली बनाएं, दीये और झालरें लगाएं।
  • नई खरीदारी करें: दिवाली से पहले सोना, कपड़े या इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं खरीदना शुभ होता है।
  • परिवार के साथ समय बिताएं: यह त्योहार सिर्फ पूजा का नहीं बल्कि एकता और प्रेम का प्रतीक है।

🌍 विदेशों में दिवाली का प्रभाव

दिवाली अब केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में मनाई जाती है।
अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, फिजी, मलेशिया, सिंगापुर जैसे देशों में भी हिंदू समुदाय बड़े उत्साह से दीपावली मनाता है।
यह त्योहार भारतीय संस्कृति और परंपरा को विश्व स्तर पर पहचान दिलाता है।


🧨 दिवाली में सावधानी (Safety Tips)

  1. छोटे बच्चों को पटाखों से दूर रखें।
  2. केवल ग्रीन क्रैकर्स का प्रयोग करें ताकि पर्यावरण को नुकसान न हो।
  3. बिजली की लाइटिंग में शॉर्ट सर्किट से बचने के लिए सुरक्षित वायरिंग करें।
  4. दीप जलाते समय कपड़े और पर्दों से दूरी रखें।

💬 दिवाली का संदेश

दीपावली का सबसे बड़ा संदेश है —
“अंधकार मिटाओ, उजाला फैलाओ।”
यह त्योहार हमें सिखाता है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएँ, यदि हम आशा और विश्वास का दीप जलाएँ, तो हर अंधकार दूर हो जाता है।
दीपावली 2025 भी हमें यही प्रेरणा देती है कि हर दिल में प्रेम, शांति और प्रकाश बना रहे।


तो अब आपको साफ़-साफ़ पता है कि
📅 2025 में दिवाली सोमवार, 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
इस दिन लक्ष्मी पूजा शाम 7:08 बजे से 8:18 बजे तक का सबसे शुभ समय रहेगा।
यह पर्व केवल घर को नहीं बल्कि दिलों को भी रौशन करता है।

दीपों की यह पंक्ति सिर्फ अंधकार को मिटाने के लिए नहीं, बल्कि हर इंसान के भीतर छिपे प्रेम और सकारात्मकता को जगाने के लिए है।
इस दिवाली पर आइए प्रण लें —
“हम खुद भी जगमगाएँगे और दूसरों के जीवन में भी रोशनी फैलाएँगे।”


🔖 Taaja Update Short Summary

  • त्योहार का नाम: दीपावली / Diwali
  • तारीख: सोमवार, 20 अक्टूबर 2025
  • लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 7:08 से 8:18 बजे तक
  • पंचदिवसीय त्योहार: 18 से 22 अक्टूबर 2025
  • मुख्य दिन: 20 अक्टूबर (सोमवार)
  • महत्व: अंधकार पर प्रकाश की जीत, सुख-समृद्धि का आगमन


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