
क्या आप भी जाना चाहते हैं कि 2025 में दीपावली किस दिन मनाई जएगी
लिए हम अपने इस पैराग्राफ के माध्यम से आपको बताते हैं।
की दिवाली किस दिन मनाई जाएगी lतो हां 20 तरीख दिन सोमवार कोमनाई जाएगी
🌟 2025 में दिवाली कब है? दीपावली की सही तारीख, शुभ मुहूर्त, इतिहास, महत्व और खास जानकारी
भारत में जब भी “रोशनी का त्योहार” कहा जाता है, तो सबसे पहले लोगों के दिल में “दीवाली” यानी “दीपावली” का नाम आता है। यह त्योहार न सिर्फ हिंदू धर्म का बल्कि पूरे भारत का एक ऐसा उत्सव है जो अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और नकारात्मकता पर सकारात्मकता की जीत का प्रतीक माना जाता है।
हर साल लोग यह जानना चाहते हैं कि दिवाली कब है, किस दिन लक्ष्मी पूजा होगी, और क्या इस बार की दिवाली 20 अक्टूबर को है या 21 को? तो चलिए आज हम आपको इस पूरे लेख में ताज़ा अपडेट के साथ पूरी सटीक जानकारी देते हैं — बिल्कुल मानव के जैसे सहज भाषा में ❤️
🎆 2025 में दिवाली कब है? (Diwali 2025 Date in India)
वर्ष 2025 में दीवाली सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को मनाई जाChhath Puja 2025 Special Train: Confirm Ticket पाने का सबसे आसान तरीका, पूरी डिटेल यहाँएगी।
यह दिन अमावस्या तिथि का रहेगा, जो 20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे से लेकर 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे तक रहेगी।
इसलिए ज्योतिषीय और पौराणिक दोनों दृष्टियों से मुख्य दीपावली पूजा 20 अक्टूबर की शाम को ही की जाएगी। इसी दिन लक्ष्मी-पूजन, दीपदान और लक्ष्मी-गणेश पूजा का शुभ समय रहेगा।
🪔 मुख्य लक्ष्मी-पूजन मुहूर्त:
👉 शाम 07:08 बजे से 08:18 बजे तक (20 अक्टूबर 2025)
इस समय के बीच मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करना अत्यंत शुभ माना गया है।
📅 2025 की दिवाली का पूरा पंचांग (5 दिन का दीपावली पर्व)
| दिन | तिथि | पर्व / महत्त्व |
|---|---|---|
| 1. धनतेरस (Dhanteras) | 18 या 19 अक्टूबर 2025 | इस दिन नए बर्तन, सोना-चांदी, और वाहन खरीदना शुभ होता है। |
| 2. छोटी दिवाली / नरक चतुर्दशी | 20 अक्टूबर 2025 (सुबह) | इस दिन शरीर पर उबटन लगाकर स्नान किया जाता है और घर की सजावट होती है। |
| 3. बड़ी दिवाली / लक्ष्मी पूजा | 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार शाम) | इस दिन असली दीवाली मनाई जाती है, लोग मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं। |
| 4. गोवर्धन पूजा / अन्नकूट | 22 अक्टूबर 2025 (बुधवार) | इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है, गोवर्धन पर्वत की कथा सुनाई जाती है। |
| 5. भाई दूज | 23 अक्टूबर 2025 (गुरुवार) | यह दिन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित है। |
इस तरह 2025 में दिवाली का त्योहार 18 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक पूरे 5 दिन चलने वाला है।
दीपावली का अर्थ और महत्व
“दीपावली” शब्द संस्कृत के “दीप” (प्रकाश) और “आवली” (श्रृंखला) से मिलकर बना है। इसका अर्थ है — “दीयों की पंक्ति”।
इस दिन घरों में असंख्य दीप जलाकर अंधकार को मिटाया जाता है। दीप जलाने का अर्थ सिर्फ रोशनी करना नहीं, बल्कि जीवन में सकारात्मकता, ज्ञान और उम्मीद का उजाला फैलाना है।
हिंदू मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीराम 14 वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे। उनके स्वागत में पूरे नगरवासियों ने दीप जलाए थे। तब से यह पर्व हर वर्ष उसी स्मृति में मनाया जाता है।
इसके अलावा —
- जैन धर्म में यह दिन भगवान महावीर के निर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- सिख धर्म में यह दिन गुरु हरगोविंद जी की कारागार से रिहाई की स्मृति में “बंदी छोड़ दिवस” कहलाता है।
- आर्य समाज में इस दिन स्वामी दयानंद सरस्वती का निर्वाण दिवस माना जाता है।
यानी यह एक ऐसा त्योहार है जिसे कई समुदाय अपनी-अपनी आस्था के अनुसार मनाते हैं, लेकिन इसका मुख्य संदेश एक ही है — “अंधकार पर प्रकाश की जीत।”
दिवाली की तैयारी — कैसे करें घर की सजावट और पूजा
1️⃣ घर की सफाई
दिवाली आने से कई दिन पहले ही लोग घर की साफ-सफाई में लग जाते हैं।
मान्यता है कि मां लक्ष्मी उसी घर में प्रवेश करती हैं जो स्वच्छ और सुगंधित हो। इसलिए झाड़-पोंछ, पेंटिंग, सजावट और नए सामान खरीदने की परंपरा है।
2️⃣ सजावट और रंगोली
द्वार पर रंगोली, तोरण और फूलों की मालाओं से घर को सजाया जाता है।
आजकल LED-लाइट्स, मोमबत्तियाँ, और पारंपरिक दीये दोनों ही खूब इस्तेमाल किए जाते हैं।
3️⃣ लक्ष्मी-गणेश की पूजा
शाम को शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की पूजा की जाती है। पूजा के दौरान चांदी का सिक्का, दीपक, और श्रीसूक्त का पाठ किया जाता है।
4️⃣ दीपदान और मिठाइयाँ
पूजा के बाद लोग घर के हर कोने में दीप जलाते हैं — इससे घर का नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
फिर सभी एक-दूसरे को मिठाइयाँ, उपहार और शुभकामनाएँ देते हैं।
💡 दिवाली 2025 के कुछ खास और नए ट्रेंड
- इको-फ्रेंडली दिवाली:
इस साल “ग्रीन दिवाली” का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। लोग पटाखों की जगह दीयों और फूलों से सजावट कर रहे हैं ताकि पर्यावरण को नुकसान न हो। - LED और सौर दीये:
बिजली बचाने के लिए सोलर-लाइट और LED-दीये बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। - हैंडमेड डेकोरेशन आइटम्स:
स्थानीय बाजारों में मिट्टी के दीपक, हैंडमेड दीये, पेपर-लैंटर्न्स खूब बिक रहे हैं। - ऑनलाइन गिफ्टिंग कल्चर:
अब लोग दूर रहने वाले रिश्तेदारों को ऑनलाइन मिठाई, ड्राय-फ्रूट और दिवाली-गिफ्ट भेजना पसंद कर रहे हैं।
🧘♀️ दिवाली का आध्यात्मिक संदेश
दिवाली सिर्फ खुशियों और रोशनी का त्योहार नहीं, बल्कि एक आत्मिक जागृति का भी प्रतीक है।
इस दिन हमें याद दिलाया जाता है कि जीवन में कितना भी अंधकार क्यों न हो, एक छोटा-सा दीपक भी उजाला फैला सकता है।
हर व्यक्ति के अंदर भी एक दीपक है — वह है “सद्भावना” और “सकारात्मक सोच”।
जब हम उसे जलाते हैं, तो मन का अंधकार मिट जाता है और जीवन रोशन हो जाता है।
🪔 लक्ष्मी पूजा विधि (Step-by-Step)
- पूजा स्थान पर लाल या पीले वस्त्र बिछाएँ।
- मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की प्रतिमा रखें।
- दीप जलाएँ और धूप-अगरबत्ती लगाएँ।
- पुष्प, अक्षत, रोली, चावल, और मिठाई चढ़ाएँ।
- श्रीसूक्त या लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें।
- अंत में आरती करें और परिवार सहित प्रसाद ग्रहण करें।
🌼 दिवाली पर क्या करें और क्या न करें
✔ करें:
- गरीबों और ज़रूरतमंदों की मदद करें।
- पर्यावरण का ध्यान रखें।
- घर में साफ-सुथरी व सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखें।
🌈 निष्कर्ष — 2025 की दिवाली खास क्यों है?
वर्ष 2025 की दिवाली खास इसलिए है क्योंकि यह सोमवार के दिन पड़ रही है, जो स्वयं चंद्र-देव और मां लक्ष्मी से जुड़ा शुभ दिन है।
इस साल ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति भी ऐसी है कि व्यापार, धन-लाभ और परिवारिक सुख-शांति के लिए बहुत ही उत्तम समय माना जा रहा है।
तो तैयार हो जाइए — अपने घरों को दीपों से सजाने, मिठाइयों की खुशबू फैलाने और अपनों के साथ खुशी बाँटने के लिए।
क्योंकि दीवाली सिर्फ रोशनी का त्योहार नहीं, यह “उम्मीद और सकारात्मकता” का उत्सव है।
सारांश (Quick Summary)
- 🗓 मुख्य दिवाली की तारीख: 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार)
- 🌙 अमावस्या तिथि: 20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे से 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे तक
- 🪔 लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 7:08 से 8:18 तक
- 📅 पांच दिन का त्योहार: 18 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2025
- 🎉 मुख्य संदेश: अंधकार पर प्रकाश की विजय
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