धनतेरस पूजा 2025: जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कथा और महत्व | Dhanteras Puja 2025 Full Guide in Hindi

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Dhanteras 2025

धनतेरस पूजा 2025: जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कथा और महत्व | Dhanteras Puja 2025 Full Guide in Hindi


🌼 धनतेरस पूजा 2025 – पूर्ण जानकारी (Dhanteras Puja 2025 Full Details)

धनतेरस क्या है?

धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है, दिवाली पर्व का पहला दिन होता है। यह दिन कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। “धन” का अर्थ है समृद्धि और “तेरस” का मतलब है तेरहवीं तिथि
इस दिन भगवान धन्वंतरि, जो आयुर्वेद और आरोग्य के देवता माने जाते हैं, समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए यह दिन स्वास्थ्य, धन और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।


📅 धनतेरस 2025 की तिथि और मुहूर्त

तिथि: बुधवार, 22 अक्टूबर 2025
त्रयोदशी तिथि प्रारंभ: 22 अक्टूबर, प्रातः 10:30 बजे
त्रयोदशी तिथि समाप्त: 23 अक्टूबर, दोपहर 12:00 बजे
शुभ पूजा मुहूर्त: शाम 6:55 बजे से 8:30 बजे तक (स्थानीय समय अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है)


🙏 धनतेरस पूजा का महत्व

धनतेरस का महत्व केवल धन से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह आरोग्य और दीर्घायु से भी संबंधित है। इस दिन दीपक जलाकर यमराज की पूजा भी की जाती है ताकि परिवार में किसी प्रकार का अकाल मृत्यु का भय न रहे।
लोग मानते हैं कि इस दिन खरीदी गई वस्तु आने वाले वर्ष के लिए शुभ और समृद्धि लाती है।


🌸 धनतेरस पर क्या खरीदें?

इस दिन सोना, चांदी, तांबे या स्टील के बर्तन, सिक्के, झाड़ू, इलेक्ट्रॉनिक आइटम या वाहन खरीदना बहुत शुभ माना जाता है।
क्या न खरीदें: लोहे की वस्तु, काला कपड़ा या टूटे बर्तन नहीं खरीदने चाहिए।


🪔 धनतेरस पूजा विधि (Puja Vidhi Step by Step)

🏡 1. घर की सफाई और सजावट करें

धनतेरस से पहले अपने घर की पूरी सफाई करें और दरवाजे पर रंगोली और दीपक से सजाएं। यह मां लक्ष्मी के स्वागत का प्रतीक है।

🌿 2. पूजा स्थल तैयार करें

पूजा के लिए एक स्वच्छ चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं। उस पर लक्ष्मी जी, गणेश जी और कुबेर जी की मूर्ति स्थापित करें।

💰 3. पूजा सामग्री (Puja Samagri)

  • फूल (गुलाब, कमल)
  • धूप, दीपक, कपूर
  • मिठाई, पान, सुपारी
  • रोली, चावल, अक्षत
  • चांदी/सोने का सिक्का
  • कलश और जल
  • नये बर्तन या वस्तु

🪙 4. पूजा प्रक्रिया

  1. सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें।
  2. इसके बाद मां लक्ष्मी की पूजा करें, उन्हें लाल फूल, अक्षत, हल्दी और चावल अर्पित करें।
  3. अब कुबेर जी को धन का देवता मानकर उनकी आराधना करें।
  4. दीपदान करें — घर के उत्तर दिशा में और मुख्य द्वार के दोनों ओर दीपक जलाएं।
  5. अंत में आरती और मंत्र पढ़ें।

🕯️ धनतेरस मंत्र

“ॐ धनदाय नमः।”
“ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।”

इन मंत्रों के जाप से धन, सुख और शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।


📖 धनतेरस कथा (Dhanteras Story in Hindi)

एक बार राजा हिम की शादी के चार दिन बाद उनकी पत्नी को ज्योतिषियों ने बताया कि चौथे दिन उनके पति की मृत्यु सर्पदंश से हो जाएगी।
राजा की पत्नी ने उपाय के रूप में उस दिन दरवाजे पर ढेर सारे दीपक जलाए, सोने-चांदी के गहने और सिक्के रखे ताकि सर्प की दृष्टि उन पर न पड़े।
जब यमराज सर्प का रूप लेकर आए, तो दीपकों की चमक से उनकी आंखें चौंधिया गईं और वे लौट गए।
इस प्रकार राजा हिम की जान बच गई, और उसी दिन से धनतेरस पर दीपदान की परंपरा शुरू हुई।


🧿 धनतेरस पर विशेष उपाय (Upay for Prosperity)

  1. मुख्य द्वार पर पांच दीपक जलाएं, जिससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश न करे।
  2. झाड़ू खरीदें — यह दरिद्रता को दूर करता है।
  3. गौमूत्र या गंगाजल से छिड़काव करें घर में शुद्धता लाने के लिए।
  4. कुबेर मंत्र का जाप करें — “ॐ यं कुबेराय नमः।”
  5. नया बर्तन खरीदते समय उसमें थोड़ा चावल और हल्दी डालें, फिर घर में रखें।

💫 धनतेरस और स्वास्थ्य

धनतेरस केवल धन के लिए नहीं बल्कि स्वास्थ्य से भी जुड़ा दिन है।
इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से रोगों से मुक्ति और दीर्घायु की प्राप्ति होती है।
जो लोग आयुर्वेद, दवा व्यवसाय या डॉक्टर हैं, उनके लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ होता है।


🎊 धनतेरस से जुड़ी परंपराएँ

  • शाम को 13 दीपक जलाना शुभ होता है।
  • घर के हर कोने में दीपक रखें ताकि मां लक्ष्मी का प्रवेश मार्ग प्रकाशित हो सके।
  • महिलाएँ नए आभूषण पहनती हैं और परिवार के साथ मिठाइयाँ बांटती हैं।
  • व्यापारी अपने तिजोरी की पूजा करते हैं और नए लेखे की शुरुआत करते हैं।

🌺 धनतेरस से दिवाली की शुरुआत

धनतेरस के बाद नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) और फिर मुख्य दिवाली आती है।
इस प्रकार यह दिन पांच दिवसीय दीपोत्सव की प्रथम कड़ी होता है।
लोग अपने घर को दीपों से जगमगाते हैं, जिससे वातावरण में खुशी और सकारात्मकता फैलती है।


🏡 धनतेरस के दिन क्या न करें

❌ झगड़ा या क्रोध न करें
❌ रात में बाल न धोएं
❌ किसी को खाली हाथ घर से न भेजें
❌ झूठ बोलना या किसी का अपमान करना अशुभ होता है


🌕 धनतेरस का आध्यात्मिक संदेश

धनतेरस हमें सिखाता है कि सच्चा धन केवल सोना-चांदी नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, प्रेम, और शांति है।
यदि हम मन की समृद्धि प्राप्त करें, तो भौतिक संपत्ति अपने आप आकर्षित होती है।


🌼 निष्कर्ष (Conclusion)

धनतेरस 2025 केवल खरीदारी का दिन नहीं है, बल्कि यह श्रद्धा, स्वास्थ्य और समृद्धि का उत्सव है।
इस दिन सही विधि से पूजा करने से मां लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
आइए इस धनतेरस पर दीप जलाएं, न केवल घर में बल्कि अपने दिलों में भी।


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